बलिया : किसी को भूखा न रहने देने के संकल्प संग चल रही ’जनता की रसोई’

बलिया, 16 मई (हि.स.)। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन, बेड व वेंटीलेटर से लेकर बहुतों के सामने भोजन का भी संकट खड़ा हो गया। अचानक आई इस विपदा से निपटने के लिए सरकारों के अलावा कुछ सामाजिक संगठन भी युद्ध स्तर पर जुटे हैं। इसी कड़ी में स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी व युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह जनता रसोई के माध्यम से किसी को भी भूखा न रहने देने का बीड़ा उठाया है। 
उनके इस संकल्प का कारण यह है कि कोरोना की दूसरी लहर व्यापक हुई तो चहुंओर चुनौती खड़ी हो गई। इलाज के साथ-साथ कम आमदनी वालों के सामने भोजन का भी संकट खड़ा हो गया। फिर क्या था, बलिया शहर के निकट माल्देपुर मोड़ के पास एनएच 31 के किनारे युवा चेतना ने चार मई से जनता की रसोई शुरू कर दी।  उल्लेखनीय है कि स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी व रोहित कुमार सिंह ने पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान ढाई महीने तक जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया था। जनता रसोई से रोजाना दो सौ से अधिक लोगों को भोजन कराया जा रहा है। रविवार को भी लगातार तेरहवें दिन सैकड़ों जरूरतमंदों को स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी व रोहित सिंह ने भोजन परोसा।
जनता रसोई के प्रबंधन के लिए युवा चेतना के अभिषेक ब्रह्मचारी व रोहित कुमार सिंह ने अपने साथ अजय ओझा, बैजू राय, मोहन सिंह जैसे लोगों को जोड़ा है। रोहित सिंह ने बताया कि आसपास गांव के लोग इस जनता की रसोई में बने भोजन के वितरण में सहयोग करते हैं। इस प्रकार के प्रयासों से जहां एक ओर जरुरतमंद लोगों को भोजन मिल जाता है, वहीं दूसरी ओर अन्य लोग भी ऐसा करने को प्रेरित होते हैं।
पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी जाता है ’जनता रसोई’ का पैकेट
युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि हम सिर्फ बलिया ही नहीं, बल्कि पूर्वांचल के अन्य जिलों गाजीपुर, देवरिया, मऊ, आजमगढ़ और बनारस तक भोजन पैकेट पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा कहीं से कॉल आ गई तो वहां भोजन पैकेट भेज रहे हैं। हमारी जनता की रसोई सभी के लिए खुली है। कोई भी कभी भी आकर यहां भोजन प्राप्त कर सकता है। हमारा प्रयास है कि कोई भी भूखा न रहे। 

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